पटना। जनता दल यूनाइटेड (JDU) नेता उपेंद्र कुशवाहा ने एक बार फिर बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है, उन्होंने कहा है कि उन्हें एमएलसी बनाकर लॉलीपॉप थमा दिया गया लेकिन उन्हें अपनी हिस्सेदारी चाहिए। उपेंद्र कुशवाहा ने बोला कि एमएलसी बनाकर उन्हें लॉलीपॉप दिया गया. उन्हें ऐसे पद का लालच नहीं है। उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने केंद्रीय मंत्री का पद छोड़ा था, नीतीश जी ने जैसे 1994 में लालू यादव से हिस्सा मांगा था, उसी तरह मुझे भी हिस्सेदारी चाहिए. हिस्सा लिए बगैर खाली हाथ मैं कहीं नहीं जाने वाले।
प्रेस कांफ्रेंस कर उपेंद्र ने कहा, ‘नीतीश कुमार कहते हैं की जेडीयू में आने के बाद मुझे बहुत इज्जत दी गई. लेकिन मुझे संसदीय बोर्ड अध्यक्ष का झुनझुना थमाया गया. जब मैं पार्लियामेंट्री बोर्ड का अध्यक्ष बना तो जेडीयू के संविधान में कोई महत्व नहीं था. बाद में जेडीयू के संविधान में संशोधन किया गया, मुझे पार्लियामेंट्री बोर्ड का सदस्य बनाने का अधिकार नहीं मिला। पार्लियामेंट्री बोर्ड चुनाव में उम्मीदवारी पर विचार करता है. ये अधिकार भी मुझे नहीं मिला. चुनावों में उम्मीदवारों के चयन को लेकर मुझे कोई सुझाव नहीं लिया गया. मैं बिना मांगे राष्ट्रीय अध्यक्ष और नीतीशजी को सलाह देता रहा। यहां भी पढ़ें:हाईकोर्ट ने पेटीएम से 1081 करोड़ की जीएसटी वसूली पर लगाई रोक
उपेंद्र कुशवाहा ने आरोप लगाया कि पार्टी के नीतिगत फैसले लेनी वाली टीम में अतिपिछड़ा समाज का कोई नेता शामिल नहीं किया गया. उपेंद्र ने कहा कि उन्होंने अतिपिछड़ा समाज से आने वाले पार्टी के किसी नेता को राज्यसभा या विधान परिषद भेजने का सुझाव दिया था. मुख्यमंत्री ने इस सुझाव पर कोई ध्यान नहीं दिया. पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष रहते हुए वह लोगों के हितों की रक्षा नहीं कर सकते हैं। कुशवाहा के आरोपों के बाद अब बीजेपी ने उनकी चुटकी ली है. भाजपा ने कहा है कि लोग नीतीश के बयान को अच्छे से समझ रहे हैं. जब बीजेपी से 2025 के नेतृत्व के लिए तेजस्वी का नाम आगे बढ़ाने की बात पूछी गई तो पार्टी की तरफ से कहा गया कि अभी इतनी आगे की बात करने का कोई मतलब नहीं है। यहां भी पढ़ें:मोदी से दुश्मनी में टूटा पाकिस्तान का सपना पाक रुपये में 20 साल की सबसे बड़ी गिरावट: देखें पूरी रिपोर्ट
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा ने हाल ही में कहा था कि राजनीतिक रूप से जब-जब नीतीश कुमार कमजोर हुए हैं, हमने उनको सहयोग करने का काम किया. उन्होंने यह भी कहा था कि आज कुछ लोग उपेंद्र कुशवाहा को गाली दे रहे हैं, लेकिन इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए कहा था कि कुछ लोग नीतीश कुमार को कमजोर करने की साजिश रच रहे हैं । उपेंद्र कुशवाहा के हमले पर नीतीश कुमार खुलकर हमलावर हो गए थे. उन्होंने कुशवाहा के आरोपों का खंडन करते हुए कहा था कि हमारी पार्टी कमजोर नहीं हुई है. ये झूठे आरोप हैं. लोगों को जो कहना है, कहने दो. हमारी पार्टी का कोई भी व्यक्ति किसी अन्य पार्टी के संपर्क में नहीं है। उन्होंने कहा था- मैंने किसी को नहीं रोका, नेता अपनी इच्छा से आ और जा सकते हैं। यहां भी पढ़ें:“ASI ने मारी थी गोली” स्वास्थ्य मंत्री का निधन, राज्य में तीन दिन का राजकीय शोक: जाने विस्तार से
नीतीश के इस पलटवार पर उपेंद्र कुशवाहा ने एक बार फिर अपना बयान ट्वीट किया था. उन्होंने कहा था कि वे अपना हिस्सा छोड़कर नहीं जायेंगे। उन्होंने ट्विटर पर लिखा था, ‘बड़ा अच्छा कहा भाई साहब आपने…! ऐसे बड़े भाई के कहने से छोटा भाई घर छोड़कर जाने लगे तब तो हर बड़का भाई अपने छोटका को घर से भगाकर बाप-दादा की पूरी संपत्ति अकेले हड़प ले.’ इसके आगे उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ऐसे कैसे चले जाएं अपना हिस्सा छोड़कर….?’
बीजेपी में जाने की थी अटकलें
पिछले हफ्ते जब उपेंद्र कुशवाहा दिल्ली के एम्स में रुटीन चेकअप के लिए भर्ती हुए थे, तब उनसे मुलाकात करने बिहार बीजेपी के तीन नेता पहुंचे थे, जिनमें 2 पूर्व विधायक संजय टाइगर और प्रेम रंजन पटेल शामिल थे। इसी के बाद से अटकलें लगाई जाने लगीं कि उपेंद्र कुशवाहा JDU छोड़ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इस बारे में जब कुशवाहा से पूछा गया था तो उन्होंने कहा कि बीजेपी के किसी नेता के साथ मुलाकात का यह अर्थ निकालना कि हम बीजेपी के संपर्क में है, ये गलत है, संपर्क की बात इस अर्थ में की जा रही है कि बीजेपी के नेताओं से हमारी पार्टी का जो जितना बड़ा नेता है, वह उतना ही ज्यादा संपर्क में है।
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