शाहजहांपुर। जलालाबाद स्थित मोहल्ला गौसनगर निवासी कमलेश्वर सिंह के बेटे सुरजीत की हत्या उसकी पत्नी विमला और भाभी संगीता ने भाड़े के हत्यारों से कराई थी। पुलिस ने पत्नी और भाभी समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया है। एक आरोपी की तलाश की जा रही है। जलालाबाद थाना प्रभारी प्रवीण सिंह ने सुरजीत की पत्नी विमला से पूछताछ के आधार पर बताया कि सुरजीत शराब पीने का आदी था। खेती-किसानी से जो कमाता था, उसे शराब में उड़ा देता था। मना करने पर मारपीट करता था। कुछ दिन पहले उसकी जेठानी संगीता पत्नी अजीत ने उससे कहा कि वह बरेली के थाना बिथरी चैनपुर के गांव उमरिया सैदपुर के रहने वाले तांत्रिक इरफान को जानती है। यहाँ भी पढ़ें:“अखिलेश यादव से मिले स्वामी प्रसाद” धर्म के नाम पर कमेंट करने से किया इनकार: जाने क्या था कारण
इरफान तंत्र विद्या से उसके पति को ठीक कर देगा। उसके हामी भरने पर इरफान ने यहां आकर जैसा कहा, विमला ने बैसा किया, लेकिन सुरजीत पर कोई असर नहीं हुआ। संगीता और विमला ने इरफान को फिर बुलाया और सुरजीत को ठिकाने लगवाने के लिए कहा। इरफान ने इसके लिए दो लाख रुपये मांगे। उसने पास में रखे 23 हजार रुपये देते हुए कहा कि शेष रकम काम होने के बाद मिलेगी। इरफान ने बताया कि उसने थाना फरीदपुर के गांव रम्पुरा निवासी रामरतन और वतन सिंह के साथ सुरजीत की हत्या की योजना बनाई। इरफान ने बदायूं के थाना दातागंज के गांव गौंटिया केशवपुर निवासी पुष्पेंद्र के अलावा अपने भाई आरिफ को भी योजना में शामिल कर लिया।
ऐसे बनाई सुरजीत को ठिकाने लगाने की योजना
योजना के मुताबिक, ये लोग 22 जनवरी को जलालाबाद के बारहपत्थर चौराहे पर पहुंचे। शाम सात बजे फोन करके सुरजीत को वहां बुला लिया। उसे बताया कि उन लोगों को लखनऊ निवासी उसके दोस्त निंबू ने यहां भेजा है। सुरजीत के साथ सभी लोग ठेके पर पहुंचे और शराब पी। इस दौरान सुरजीत के शराब के गिलास में नशे की 15 गोलियां मिला दीं। उसके बेहोश हो जाने के बाद उन लोगों ने सुरजीत को आरिफ की गाड़ी में डाल लिया और फिर थाना फरीदपुर क्षेत्र में पचौमी के पास ट्रेन आती देख बेहोश सुरजीत को रेलवे ट्रैक पर डाल दिया। ट्रेन से कटकर उसकी मौत हो गई। ऐसा इसलिए किया ताकि पुलिस इसे हादसा माने।
बाकी रकम लेने आने पर चढ़े पुलिस के हत्थे
पुलिस के अनुसार इरफान के साथ सभी आरोपी शेष रकम लेने जलालाबाद आए। इसकी जानकारी मिलने पर शनिवार सुबह करीब नौ बजे चार आरोपियों इरफान, रामरतन, वतन सिंह और पुष्पेंद्र को पुलिस ने याकूबपुर चौराहे से गिरफ्तार कर लिया। एक आरोपी आरिफ भाग निकला। सुरजीत की पत्नी विमला और भाभी संगीता को पुलिस ने पहले ही हिरासत में ले लिया था। सुरजीत 22 जनवरी की शाम मोबाइल फोन पर आई कॉल के बाद घर से चला गया था। वापस न लौटने पर 24 जनवरी को परिजनों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 26 जनवरी को बरेली के शवगृह में घरवालों ने सुरजीत के शव की शिनाख्त की थी।
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