हजरतगंज में पांच मंजिला बिल्डिंग गिरी, भूतल पार्किंग में चालू थी खोदाई, 30 से अधिक दबे
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लखनऊ। मंगलवार शाम खौफनाक हादसे में वजीर हसन रोड स्थित एक पांच मंजिला अपार्टमेंट ताश के पत्तों की तरह ढह मलबे में तब्दील हो गई। पांच मंजिला इमारत में करीब 12 फ्लैट बने हुए थे। इन सभी में परिवार रह रहे थे। करीब 6:15 बजे शाम को हुए हादसे में 30 से अधिक लोग दब गए। करीब आठ बजे रेस्क्यू ऑपरेशन यहां नेशनल डिजास्टर रेस्पोंस फोर्स (एनडीआरएफ) ने पुलिस और अग्निशमन विभाग के साथ शुरू किया। शासन, प्रशासन, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों सहित खुद उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, नगर विकास मंत्री एके शर्मा बचाव कार्य के लिए पहुंच गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि भूतल पर बनी पार्किंग में खोदाई कार्य चालू था। इसमें ड्रिलिंग बिल्डर की तरफ से कराई जा रही थी। जब हादसा हुआ। उस समय भी ड्रिलिंग होने की आवाजें लोगों ने सुनीं। देर रात सेना भी लगाई गई।
देर रात तक करीब 15 लोगों को निकालकर इलाज के लिए सिविल अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर भेजा गया है। दबने वाले लोगों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी हैं। इसमें कुछ परिवार राजनैतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं से जुड़े हुए भी बताए जा रहे हैं। सपा प्रवक्ता हैदर अब्बास की मां और पत्नी मलबे में दबे हुए हैं। उनके पिता अमीर हैदर व बेटा मुस्तफा को सुरक्षित निकाल लिया गया। वह खुद अपने परिवार को बचाने की गुहार अधिकारियों से लगाते हुए बाहर मौजूद रहे। वजीर हसन रोड पर अलाया अपार्टमेंट के नाम से बनी यह इमारत करीब 15 साल पहले याजदान बिल्डर्स ने बनाई थी। अधिकारियों का कहना है कि अवैध रूप से बिना मानचित्र स्वीकृत कराए यह बिल्डिंग में कई साल पहले से परिवारों ने रहना शुरू कर दिया था। बिल्डिंग के ढहने का कारण क्या है? इसकी जांच कराई जा रही है।
संकरी रोड पर बना अलाया अपार्टमेंट
वजीर हसन रोड पर जहां यह अलाया अपार्टमेंट बना है। वहां मुख्य सड़क ही 12 मीटर चौड़ी है। वहीं अंदर अपार्टमेंट परिसर तक जाने के लिए छह मीटर भी रास्ता नहीं था। ऐसे में रेस्क्यू टीमों को अंदर दूसरे अपार्टमेंट बिरावन हाउस और सटी हुई दूसरी सड़क की बाउंड्रीवाल तोड़नी पड़ी। इसके बाद ही लोगों को निकालने का काम शुरू हो सका। आलम यह था कि सड़क पर बाहर ही गाड़ियां खड़ी होने की वजह से अग्निशमन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा एंबुलेंस की गाड़ियां भी नहीं पहुंच पा रही थीं। ऐेसे में पुलिस को माथापच्ची करनी पड़ी।
बचाव कार्य हमारी प्राथमिकता
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक मौके पर पहुंचे। उनका कहना है कि हादसा दु:खद है। किस वजह से बिल्डिंग गिरी। इसकी जांच कराई जाएगी। अभी हमारी प्राथमिकता अंदर फंसे लोगों का बचाव कार्य है। डिप्टी सीएम ने शहर के सभी अस्पतालों को अलर्ट किया। तत्काल डॉक्टरों को ड्यूटी पर आने के निर्देश दिए। सभी ब्लड बैंक से संपर्क कर पर्याप्त ब्लड का इंतजाम करने का भी आदेश दिया।
मुख्यमंत्री ने लिया हादसे पर अपडेट
हादसे के तुरंत बाद खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएम सूर्यपाल गंगवार ने पूरे हादसे पर अपडेट लिया। बचाव कार्य तेजी से कराने के निर्देश भी दिए। वहीं शासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। इनमें प्रमुख सचिव सूचना व गृह संजय प्रसाद, डीजीपी डीएस चौहान, मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब, पुलिस आयुक्त एसबी शिरडकर भी मौके पर पहुंच गए।
आनन-फानन में वार्ड में शिफ्ट किए गए कैजुअल्टी के मरीज
वजीरहसन रोड पर स्थित आलिया अपार्टमेंट ढहने की सूचना मिलते ही राजधानी के प्रमुख अस्पतालों को एलर्ट कर दिया गया। पूरी बिल्डिंग ढहने की वजह से घायलों की संख्या ज्यादा होने की आशंका थी, इसलिए कैजुअल्टी में मौजूद मरीजों को आनन-फानन में अन्य वार्ड में शिफ्ट कराया गया। इमरजेंसी ड्यूटी के लिए डॉक्टर और अन्य स्टाफ को तुरंत पहुचंने के लिए कहा गया। इसके साथ ही केजीएमयू के ट्रॉमा विशेषज्ञों की टीम भी मौके पर भेजी गई। केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर के अधीक्षक और ट्रॉमा विभाग के अध्यक्ष प्रो. संदीप तिवारी ने बताया कि घटनास्थल पर छह विशेषज्ञों की टीम भेजी गई है। ये विशेषज्ञ घायलों को मौके पर ही जरूरी प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराएंगे।
जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचाने के साथ ही घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जा सके। टीम को मरीजों की गंभीरता के हिसाब से वे उनको जरूरी अस्पताल भेजने के लिए भी कहा गया। ट्रॉमा सेंटर में घायलों के पहुंचने की आशंका को देखते हुए 30 बेड आरक्षित करके जरूरी स्टाफ को मौके पर बुला लिया गया। उधर सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने सरकारी अस्पतालों को मरीजों के हिसाब से तैयार रहने को कहा गया है। इसके साथ ही आसपास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से डॉक्टरों को बुला लिया गया है। जिससे कि हर घायल को बेहतर से बेहतर इलाज मुहैया कराया जा सके।
पहली प्राथमिकता फंसे लोगों का निकालना
हादसे की सूचना पाते ही मौके पर उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक मौके पर पहुंचे। उन्होंने शहर के सभी अस्पतालों को अलर्ट करने के साथ ही ब्लड की व्यवस्था और नाइट शिफ्ट के डाक्टरों को तत्काल ड्यूटी पर पहुंचने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सबसे पहली प्राथमिकता अपार्टमेंट में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाले गए हैं। रही बात बिल्डिंग के निर्माण की गुणवत्ता की तो उसे बाद मे देखेंगे। हादसे जो कोई दोषी होगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा।
प्रवक्ता के घायल होने की सूचना पहुंचे सपा विधायक
मध्य क्षेत्र से सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा भी हादसे की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्बास हैदर के पिता अमीर हैदर व बेटे मुस्तफा को सुरक्षित निकाल लिया गया है। पत्नी उजमा और मां बेगम अमीर हैदर अभी भी मलबे में दबे हैं। सोमवार को हीअब्बास हैदर के माता-पिता के शादी की 50वीं सालगिरह थी। घर मे पार्टी का आयोजन हुआ था और उसके अगले ही दिन इतना बड़ा हादसा हो गया।