प्रधानमंत्री से बच्चों ने पूछा आउट ऑफ सिलेबस सवाल, जानिए मोदी ने क्या दिया जवाब

दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल परीक्षा पे चर्चा करते हैं। लेकिन इस साल परीक्षा पे चर्चा के दौरान कुछ बच्चों ने ऐसे सवाल पूछ लिए, जिनके जवाब में प्रधानमंत्री को कहना पड़ा कि ये प्रश्न आउट ऑफ सिलेबस है। सवाल – विपक्ष और मीडिया द्वारा की जाने वाली प्रधानमंत्री की आलोचना का सामना करने से जुड़ा था। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आने वाली बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर शुक्रवार, 27 जनवरी को देश भर के विद्यार्थियों के साथ परीक्षा पे चर्चा (PPC) की। संवाद कार्यक्रम का आयोजन राजधानी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में किया गया था। हालांकि, इस संवाद कार्यक्रम में हजारों विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से भी जुड़े थे।  इस वर्ष परीक्षा पर चर्चा में भाग लेने के लिए 38 लाख से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 16 लाख से अधिक राज्य बोर्डों से हैं।  

क्या था आलोचना वाला सवाल?

चर्चा के दौरान ऑनलाइन जुड़ी दक्षिण सिक्किम की एक छात्रा अष्टमी सेन ने प्रधानमंत्री से पूछा कि जब विपक्ष और मीडिया आपकी आलोचना करते हैं तो आप इनका सामना कैसे करते हैं, जबकि मैं अपने अभिभावकों की शिकायतों एवं निराशाजनक बातों का सामना नहीं कर पाती हूं। कृपया मेरा मार्गदर्शन कीजिए। 

पीएम ने क्या दिया जवाब?

इस सवाल के जवाब में पहले तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मजाकिया लहजे में कहा कि यह सवाल आउट ऑफ सिलेबस है यानी पाठ्यक्रम से बाहर का है। लेकिन फिर आगे उन्होंने कहा कि आलोचना लोकतंत्र में शुद्धिकरण की तरह है। मेरा मानना है कि आलोचना एक पूर्ण शर्त है और एक समृद्ध लोकतंत्र के लिए शुद्धि यज्ञ है।

आलोचना और व्यवधान का अंतर समझाया

पीएम मोदी ने सकारात्मक आलोचना और अनावश्यक व्यवधान के बीच अंतर को समझाते हुए माता-पिता को बच्चों पर अंकों को लेकर अनुचित दबाव न डालने की सलाह दी। वहीं, उन्होंने बच्चों से कहा कि यदि आप मेहनती और ईमानदार हैं, तो आपको आलोचनाओं की परवाह नहीं करनी चाहिए क्योंकि वे आपकी ताकत बनती हैं। अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहें। पीएम ने कहा कि परिवार की उम्मीदें स्वाभाविक हैं, लेकिन अगर परिवार सामाजिक स्थिति को देख रहा है, तो यह सही नहीं है। ध्यान केंद्रित करें। 

समय प्रबंधन का महत्व भी समझाया

प्रधानमंत्री ने छात्रों को समय प्रबंधन का महत्व भी समझाया। उन्होंने कहा कि समय प्रबंधन न केवल परीक्षाओं के लिए बल्कि आपके दैनिक जीवन में भी महत्वपूर्ण है। बस अपने काम को प्राथमिकता दें। यदि आप अपनी मां को देखेंगे, तो आप समझ पाएंगे कि अपने समय का प्रबंधन कैसे करना है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की प्रशंसा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परीक्षा पे चर्चा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह स्व-प्रबंधन पर एक मास्टरक्लास थी, जो हमारे युवाओं की बुद्धिमता को और समृद्ध करेगी और उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगी। समय और तनाव प्रबंधन के सरल समाधान और गैजेट पर निर्भरता कम करना दक्षता बढ़ाने के नए मंत्र हैं। 

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